*भारत का संवैधानिक विकास*
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*निम्नलिखित में से किस अधिनियम के द्वारा कोलकाता में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई थी?
उत्तर-रेगुलेटिंग एक्ट 1773
व्याख्या-रेगुलेटिंग एक्ट 1773 के द्वारा वर्ष 1774 में कोलकाता में एक सर्वोच्च न्यायालय की (supreme court)स्थापना की गई।
सर एलिजा एम्पे को इसका प्रथम मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
* भारतीय शासन व्यवस्था में प्रतिनिधि एवं लोकप्रिय घटक को समाविष्ट करने का प्रथम प्रयास किस अधिनियम के द्वारा किया गया था?
उत्तर-भारतीय परिषद अधिनियम 1861
व्याख्या-भारतीय परिषद अधिनियम 1861के द्वारा वायसराय की परिषद का विस्तार किया गया तथा इसमें भारतीय प्रतिनिधियों को शामिल करके उन्हें विधायी कार्यो में भागीदारी प्रदान की गई।
इस अधिनियम के द्वारा वायसराय की परिषद में विधिवेत्ता के रूप में 5में सदस्य को शामिल किया गया। इसके द्वारा विभागीय प्रणाली की शुरुआत की गई।
* निम्नलिखित में से किस अधिनियम के अंतर्गत भारतीय विधान परिषद को बजट पर चर्चा करने की शक्ति प्राप्त हुई?
उत्तर-भारतीय परिषद अधिनियम 1892
व्याख्या- भारतीय परिषद अधिनियम 1892 के द्वारा वायसराय की परिषद में सदस्यों की संख्या बढ़ा दी गई और परिषद के कार्यों का विस्तार कर दिया गया। इसके तहत परिषद के सदस्यों को बजट पर चर्चा करने की शक्ति दी गई परंतु मतदान का अधिकार नहीं था।अप्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति का आरंभ किया जाना इस अधिनियम की एक प्रमुख विशेषता थी।
* किस अधिनियम के द्वारा केंद्र में द्विसदनीय विधायिका बनाई गई?
उत्तर-1919 के भारत सरकार अधिनियम द्वारा
व्याख्या- भारत सरकार अधिनियम 1919 के द्वारा भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में अनेक सुधार किए गए। केंद्र में द्विसदनीय विधायिका की स्थापना की गई। इस अधिनियम के द्वारा प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली अपनाई गई एवं महिलाओं को भी मत देने का अधिकार दिया गया। इसके द्वारा प्रांतों में द्वैध शासन की स्थापना की गई। इस अधिनियम के द्वारा भारत में लोक सेवा आयोग का गठन एवं महालेखा परीक्षक की नियुक्ति का प्रावधान भी किया गया। इसे मांटेग्यू चेम्सफोर्ड अधिनियम लिखा जाता है।
* निम्न में से किस अधिनियम के फल स्वरूप वर्मा को भारत से पृथक किया गया?
उत्तर-गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935
व्याख्या- भारत शासन अधिनियम 1935 (Government of India act 1935)
के प्रावधानों के द्वारा वर्ष 1937 में वर्मा को भारत से अलग कर दिया गया और उड़ीसा एवं सिंध नाम के दो नए प्रांत बनाए गए।इस अधिनियम के अंतर्गत 8 अक्टूबर 1937 को दिल्ली में संघीय न्यायालय की स्थापना की गई।
* 1935 के अधिनियम द्वारा स्थापित संघ में अवशिष्ट शक्तियां किसको दी गई थी?
उत्तर-गवर्नर जनरल को
व्याख्या- भारत शासन अधिनियम 1935 के द्वारा केंद्र तथा प्रांतों के मध्य शक्तियों का विभाजन तीन सूचियों-संघ सूची ,प्रांतीय सूची तथा समवर्ती सूची में किया गया था। अवशिष्ट शक्तियों सहित विदेशी प्रतिरक्षा तथा कुछ आपातकालीन अधिकार गवर्नर जनरल को प्रदान किए गए।
* अखिल भारतीय संघ स्थापित करने का प्रावधान शामिल किया गया था?
उत्तर-भारत सरकार अधिनियम 1935 में
व्याख्या- भारत सरकार अधिनियम 1935 में एक अखिल भारतीय संघ स्थापित करने का प्रावधान किया गया था। परंतु या व्यवस्था लागू नहीं की जा सकी।क्योंकि देसी रियासतों ने इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया था।
* राष्ट्रपति को अध्यादेश जारी करने की शक्ति किस अधिनियम के द्वारा दी गई है?
उत्तर-भारत सरकार अधिनियम 1935
व्याख्या- भारतीय संविधान में राष्ट्रपति द्वारा अध्यादेश निर्गत करने की शक्ति भारत सरकार अधिनियम 1935 की धारा 42 से प्रेरित है। वर्तमान में यह शक्ति संविधान के अनुच्छेद 123 के अंतर्गत दी गई है।
* भारत की संघात्मक व्यवस्था निम्नलिखित में से किस देश से ली गई है?
उत्तर- कनाडा से
व्याख्या- भारत की संघात्मक शासन व्यवस्था कनाडा के संविधान से ली गई है। कनाडा के संविधान में केंद्र राज्यों की तुलना में अधिक सशक्त है। भारत में अवशिष्ट शक्तियों (अनुच्छेद 248) पर विधि बनाने का अधिकार संसद को है। अनुच्छेद 201 के अनुसार राज्यपाल द्वारा किसी विधेयक को राष्ट्रपति के लिए आरक्षित करना आदि उपबंध कनाडा के संविधान से लिए गए।
* भारतीय संसदीय प्रणाली ब्रिटिश संसदीय प्रणाली से इस विषय में भिंन्न है कि भारत में-
उत्तर- न्यायिक पुनर्विलोकन की व्यवस्था है
व्याख्या- ब्रिटिश संसदीय प्रणाली में संसद सर्वोच्च तथा प्रभुत्व संपन्न है। यहां पर कोई लिखित संविधान नहीं हैऔर न्यायपालिका को विधायिका द्वारा निर्मित किसी कानून का न्यायिक पुनर्विलोकन का कोई अधिकार नहीं है।भारत के संविधान में न्यायिक पुनर्विलोकन प्रत्यक्ष नहीं है बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से अनुच्छेद 13 मैं निहित है।इसके अंतर्गत कार्यपालिका के किसी आदेश या विधायिका के किसी कानून पर न्यायालय द्वारा पुनर्विचार करना और असंवैधानिक पाए जाने पर उसे रद्द कर देने का अधिकार है।भारतीय संविधान में न्यायिक पुनर्विलोकन की संकल्पना अमेरिका के संविधान से ली गई है।
* भारतीय संविधान में निहित मौलिक अधिकारों की अवधारणा किस देश के संविधान से ग्रहण की गई है?
उत्तर-संयुक्त राज्य अमेरिका
व्याख्या- भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों का विचार अमेरिकी संविधान से लिया गया है।
भारतीय संविधान के भाग-3 में निहित मूल अधिकार अमेरिका के अधिकार पत्र के समान है।
इन अधिकारों को प्राकृतिक और अपरिहार्य अधिकार भी कहा जाता है।
* बीआर अंबेडकर का संविधान सभा में निर्वाचन हुआ था?
उत्तर-मुंबई प्रेसिडेंसी से
व्याख्या- संविधान सभा के प्रारंभिक चुनाव (1946) मैं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के निर्वाचन अविभाजित भारत के बंगाल प्रांत के पूर्वी भाग से हुआ था।देश के विभाजन के पश्चात यह क्षेत्र पाकिस्तान में चले जाने के कारण डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मुंबई प्रेसिडेंसी के पूना संसदीय क्षेत्र से उपचुनाव में निर्वाचित हुए थे।
*निम्नलिखित में से कौन अगस्त 1946 ई. मैं गठित प्रथम अंतरिम सरकार का सदस्य नहीं था?
उत्तर- डॉ एस राधाकृष्णन
व्याख्या- कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत अंतरिम सरकार का गठन 24 अगस्त 1946 में किया गया।अंतरिम सरकार के सदस्यों में जवाहरलाल नेहरू ,डॉ राजेंद्र प्रसाद ,सरदार वल्लभभाई पटेल, श्री राजगोपालाचारी तथा जगजीवन राम आदि सदस्य शामिल थे। लेकिन डॉ एस राधाकृष्णन अंतरिम सरकार के सदस्य नहीं थे। बल्कि वे स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति चुने गए।
* भारत की संविधान सभा का प्रथम अधिवेशन कब प्रारंभ हुआ?
उत्तर- 9 दिसंबर 1946 को
व्याख्या- भारतीय संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी।जिसका अस्थाई अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद सिन्हा को बनाया गया था।संविधान सभा की पहली बैठक में मुस्लिम लिए शामिल नहीं हुई अतः बैठक में 389 सदस्यों में से केवल 211 सदस्यों ने ही भाग लिया था।11 दिसंबर 1946 को संविधान सभा ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को निर्विरोध संविधान सभा के स्थाई अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया था।
* संविधान सभा के समक्ष संविधान की प्रस्तावना किसने प्रस्तुत की?
उत्तर-जवाहरलाल नेहरू ने
व्याख्या- संविधान सभा की तीसरी बैठक 13 दिसंबर 1946 को हुई थी।इस दिन जवाहरलाल नेहरू द्वारा संविधान सभा के समक्ष संविधान की प्रस्तावना या उद्देशिका का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। इस उद्देश्य प्रस्ताव के प्रारूप में भारत के भावी प्रभुसत्ता संपन्न लोकतांत्रिक गणराज्य की रूपरेखा प्रस्तुत की गई थी। इस प्रस्ताव में एक संघीय राज्य व्यवस्था की संकल्पना की गई थी जिससे सभी लोगों के लिए सामाजिक आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय आदि सुनिश्चित हो सके।इस प्रस्तावना को संविधान सभा द्वारा 22 जनवरी 1947 को स्वीकार किया गया था।
* संविधान सभा के कानूनी सलाहकार कौन थे?
उत्तर-बी एन राव
व्याख्या- संविधान सभा के कानूनी सलाहकार (legal advisor) के रूप में सर बेनेगल नरसिंह राव को नियुक्त किया गया।
बाद में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वर्ष 1950 से वर्ष 1952 तक भारत का प्रतिनिधित्व किया।
* भारतीय संविधान सभा के निर्माण के लिए भारतीय संविधान सभा के कुल कितने अधिवेशन आयोजित किए गए थे?
उत्तर-11
व्याख्या-भारतीय संविधान सभा के निर्माण में संविधान सभा को 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लगा था। और इस दौरान किस के कुल 11 अधिवेशन आयोजित किए गए थे (कुल अवधि 165 दिन) संविधान निर्माण पर कुल ₹64 लाख रुपए खर्च हुए थे।
* भारतीय संविधान को 26 नवंबर 1949 को किसके द्वारा अधिनियमित किया गया था?
उत्तर-संविधान सभा द्वारा
व्याख्या- भारतीय संविधान का प्रारूप 26 नवंबर 1949 को तैयार हुआ जिसे संविधान सभा के सदस्यों द्वारा 26 नवंबर 1949 को अंगीकृत अधिनियमित और समर्पित किया गया।संविधान सभा के प्रारूप पर संविधान सभा के कुल 299 सदस्यों में से उपस्थित 284 सदस्यों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे तथा संविधान के कुछ प्रावधान इसी दिन लागू किए गए थे जैसे -राष्ट्रपति का निर्वाचन नागरिकता तथा निर्वाचन संबंधी प्रावधान आदि।
* निम्नलिखित में से संघ संविधान समिति का अध्यक्ष कौन था?
उत्तर-जवाहरलाल नेहरू
व्याख्या- संघ संविधान समिति के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू एवं मूल अधिकार उप -समिति के अध्यक्ष देवीकृपा थे।डॉक्टर बी आर अंबेडकर प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे तथा अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर प्रारूप समिति के सदस्य थे।
* संविधान को 26 जनवरी के दिन लागू करने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि-
उत्तर- कांग्रेस ने किस तिथि को वर्ष 1930 में स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया था।
व्याख्या- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (31 दिसंबर 1929) मैं पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई तथा 26 जनवरी को प्रतिवर्ष स्वतंत्र दिवस मनाए जाने का संकल्प लिया गया। इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी।
* किस वर्ष जन गण मन को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया?
उत्तर-1950 में
व्याख्या-जन गण मन की रचना रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा वर्ष 1911 में की गई थी। इसे संविधान सभा द्वारा राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी 1950 को अपनाया गया। राष्ट्रगान (national anthem)
के गायन का समय 52 सेकंड होता है। जन गण मन को पहली बार वर्ष 1911 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। जिसकी अध्यक्षता विशन नारायण धर की थी।
Nice question Sir
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवादप
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