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Community Health Nursing MCQs (Practice Set 03) Staff Nurse Previous Year solved Questions/SGPGI Staff Nurse MCQs 2025//

  Community Health Nursing MCQs (Practice Set 03) Q.1. Which of the following is primary infection of polio? /  पोलियो का प्राथमिक संक्रमण निम्न में से किस अंग तंत्र में होता है? (a) Urinary system / मूत्र प्रणाली (b) Respiratory system / श्वसन तंत्र (c) Alimentary canal / पाचन तंत्र  (d) Cardio vascular system / हृदय और रक्त परिसंचरण तंत्र Answer / उत्तर: (c) Alimentary canal Explanation / व्याख्या: पोलियो वायरस का प्राथमिक संक्रमण पाचन तंत्र (Alimentary canal) में होता है और यह मल-मुख मार्ग (Feco-oral route) से फैलता है। वायरस आंतों में प्रवेश करता है और फिर रक्त के माध्यम से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में पहुँच सकता है। Q.2. Prevention of Food Adulteration Act was initiated/launched in /  खाद्य अपमिश्रण निवारण अधिनियम किस वर्ष प्रारंभ किया गया था? (a) 1955 (b) 1954  (c) 1933 (d) 1911 Answer / उत्तर: (b) 1954 Explanation / व्याख्या: Prevention of Food Adulteration Act (PFA) वर्ष 1954 में लागू किया गया था ताकि खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोका जा सके और जनता को सु...

सामान्य गर्भावस्था के लक्षण/Normal pregnancy care in Hindi/Pregnancy tips in Hindi/Healthy pregnancy tips

 सामान्य गर्भावस्था (Normal Pregnancy) – एक संपूर्ण मार्गदर्शिका



परिचय

गर्भावस्था (Pregnancy) एक प्राकृतिक और जटिल प्रक्रिया है, जिसमें एक महिला के शरीर में कई शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। यह अवधि आमतौर पर 9 महीनों या 40 हफ्तों की होती है, जिसे तीन तिमाहियों (Trimesters) में विभाजित किया जाता है। एक स्वस्थ गर्भावस्था न केवल माँ बल्कि शिशु के संपूर्ण विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। इस लेख में हम सामान्य गर्भावस्था के विभिन्न चरणों, लक्षणों, देखभाल और आवश्यक सावधानियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।



गर्भावस्था के तीन चरण (Trimester of Pregnancy)


गर्भावस्था को मुख्य रूप से तीन तिमाहियों (Trimester) में बांटा जाता है, जो कि भ्रूण के विकास और माँ के शरीर में होने वाले बदलावों के आधार पर वर्गीकृत होते हैं।


1. पहला तिमाही (First Trimester: 1-12 सप्ताह)


पहला तिमाही गर्भावस्था का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है क्योंकि इसी दौरान भ्रूण (Embryo) का निर्माण होता है और शिशु के महत्वपूर्ण अंग विकसित होने लगते हैं।


इस चरण में होने वाले परिवर्तन:


मासिक धर्म का रुक जाना (Missed Period)


मतली और उल्टी (Morning Sickness)


थकान और कमजोरी (Fatigue)


स्तनों में कोमलता (Breast Tenderness)


बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination)


मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन



इस दौरान ध्यान देने योग्य बातें:


संतुलित आहार का सेवन करें, जिसमें फोलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में हो।


डॉक्टर से नियमित जांच कराएं।


धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल न करें।



2. दूसरा तिमाही (Second Trimester: 13-26 सप्ताह)


इस तिमाही में गर्भवती महिला को पहले तिमाही की तुलना में अधिक ऊर्जा महसूस होती है। भ्रूण का विकास तेजी से होता है और माँ को शिशु की हलचल महसूस होने लगती है।


इस चरण में होने वाले परिवर्तन:


गर्भाशय (Uterus) का आकार बढ़ने लगता है।


वजन बढ़ना शुरू हो जाता है।


कमर, पेट और जांघों पर स्ट्रेच मार्क्स (Stretch Marks) आ सकते हैं।


पैर में सूजन (Swelling in Legs) हो सकती है।


भूख बढ़ जाती है।



इस दौरान ध्यान देने योग्य बातें:


पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।


हल्के व्यायाम करें, जैसे कि टहलना या योग।


आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन करें।



3. तीसरा तिमाही (Third Trimester: 27-40 सप्ताह)


यह गर्भावस्था का अंतिम चरण होता है, जिसमें शिशु का पूर्ण रूप से विकास होता है और माँ के शरीर को प्रसव की तैयारी करनी होती है।


इस चरण में होने वाले परिवर्तन:


पेट का आकार अधिक बड़ा हो जाता है।


साँस लेने में कठिनाई हो सकती है।


पीठ दर्द (Back Pain) बढ़ सकता है।


पैरों और हाथों में सूजन हो सकती है।


ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन (Braxton Hicks Contractions) महसूस हो सकते हैं।



इस दौरान ध्यान देने योग्य बातें:


अधिक आराम करें और ज्यादा भारी काम न करें।


डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं।


प्रसव की संभावित तारीख के बारे में जानकारी रखें।



सामान्य गर्भावस्था के दौरान देखभाल (Care During Normal Pregnancy)


गर्भावस्था के दौरान माँ और शिशु के अच्छे स्वास्थ्य के लिए कुछ महत्वपूर्ण देखभाल आवश्यक होती है।


1. आहार और पोषण (Diet and Nutrition)


हरी पत्तेदार सब्जियाँ, फल, दूध, दही और सूखे मेवे का सेवन करें।


प्रोटीन युक्त आहार लें, जैसे दालें, अंडा और मछली।


फोलिक एसिड और आयरन से भरपूर भोजन लें।


कैफीन और जंक फूड से बचें।



2. व्यायाम और शारीरिक गतिविधि (Exercise and Physical Activity)


हल्की स्ट्रेचिंग और प्रेग्नेंसी योग करें।


रोजाना 30 मिनट तक टहलें।


अधिक वजन उठाने और कठोर व्यायाम से बचें।



3. मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन (Mental Health and Stress Management)


ध्यान (Meditation) और प्राणायाम करें।


परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।


अनावश्यक तनाव से बचें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।



4. नियमित चिकित्सा जांच (Regular Medical Check-ups)


समय-समय पर सोनोग्राफी और अन्य आवश्यक टेस्ट कराएं।


ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की नियमित जांच करवाएं।


डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें।



गर्भावस्था के दौरान सावधानियाँ (Precautions During Pregnancy)


धूम्रपान, शराब और ड्रग्स का सेवन पूरी तरह से बंद करें।


कच्चे और अधपके भोजन से बचें।


भारी वजन न उठाएं और अधिक थकान से बचें।


संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें।



सामान्य गर्भावस्था के लक्षण (Symptoms of Normal Pregnancy)


शरीर का तापमान बढ़ना


हल्की ऐंठन और थकान


त्वचा पर चमक आना (Pregnancy Glow)


बालों की गुणवत्ता में सुधार



निष्कर्ष (Conclusion)


सामान्य गर्भावस्था एक सुंदर और प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें उचित देखभाल और संतुलित जीवनशैली अपनाकर माँ और शिशु दोनों का स्वस्थ विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। नियमित चिकित्सा जांच, सही पोषण, शारीरिक गतिविधि और मानसिक शांति बनाए रखने से गर्भावस्था का अनुभव सुखद और सुरक्षित बन सकता है।


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